| Sr. No | Article Title | Author Name | 
		
	
	| 1 | स्त्रीमुक्तीचा उलटा प्रवास ! | रमेश कांबळे | 
		
	
	| 2 | सुफी परंपरा आणि भारतीय इस्लाम | असगर अली इंजिनियर | 
		
	
	| 3 | जातीव्यवस्था मोडण्याचा कार्यक्रम | अनंत फडके | 
		
	
	| 4 | मी हे का लिहितो ? | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 5 | कळवळ्याच्या जातीतील समाजसेवकाचे प्रबोधन | दिलीप धोंडगे | 
		
	
	| 6 | अण्णाभाऊ साठेंच्या कादंबऱ्यातील स्त्री-चित्रण | सविता व्हटकर | 
		
	
	| 7 | जिंदादिल व्यक्तिमत्वाची अखेर | चैत्रा रेडकर | 
		
	
	| 8 | प्रिय कर्मवीर दादासाहेब ! | प्रशांत खुंटे | 
		
	
	| 9 | महाराष्ट्रातील जनमत कौलाचे अनिश्चित स्वरूप | माधव दातार | 
		
	
	| 10 | वडार समाज : समकालीन स्थिती | विनायक लष्कर | 
		
	
	| 11 | दुसरा पाय - आत्मटीकेचा | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 12 | कादंबरीची संकल्पना | विलास सारंग | 
		
	
	| 13 | कोकणातील लोकसाहित्य आणि श्यामची आई - एक अनुबंध | आनंद सावंत | 
		
	
	| 14 |  | अज्ञातकुमार | 
		
	
	| 15 |  | अस्मिता गुरव | 
		
	
	| 16 | तुळशीराम काजेंची चिंतनशील कविता | नीळकंठ गोपाळ मेंढे | 
		
	
	| 17 | सुसह्य अखेरीच्या शोधात ! | अजित साळुंखे | 
		
	
	| 18 | ही तर जगाची फसवणूक | फिडेल कास्ट्रो | 
		
	
	| 19 | आता पुढे ... | डी. रघुनंदन | 
		
	
	| 20 | उत्क्रांती आणि तिच्या अंताची शक्यता | जयप्रकाश म्हात्रे | 
		
	
	| 21 | हवामानबदल व भारतीय ऊर्जा क्षेत्र | तेजल कानिटकर | 
		
	
	| 22 | चट मै जिता, पट तू हारा | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 23 | रोहित पक्ष्यांचे स्थलांतर | श्रीनिवास वारुंजीकर | 
		
	
	| 24 | गजल | इलाही जमादार | 
		
	
	| 25 | अमेरिकी मीडियाचा शहामृगी बाणा | अन रॉबर्टसन आणि बिल लेउमर | 
		
	
	| 26 | राज ठाकरेंच्या झोटिंगशाहीला येसण हवा | मिलिंद भवार | 
		
	
	| 27 | भारत - पाक संबंध : दिल्लीची शांतता परिषद | सुकुमार शिदोरे | 
		
	
	| 28 | राज्यांतर्गत बंडाळीविरुध्द श्रीलंकेचे प्रारूप ? | विठ्ठल दहिफळे | 
		
	
	| 29 | हंगेरीतील आंबेडकरवादी | प्रदीपसिंग अत्री | 
		
	
	| 30 | जागतिक भांडवलशाहीच्या विळख्यात झारखंड | बसवंत विठाबाई बाबाराव | 
		
	
	| 31 | आत्मटीका - अजून काही टिपणे | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 32 | शरीर, मन आणि प्लासिबो, नोसिबो परिणाम | चित्रा बेडेकर | 
		
	
	| 33 |  | नागेश कांगणे | 
		
	
	| 34 |  | प्रमोदकुमार अणेराव | 
		
	
	| 35 |  | सुदाम राठोड | 
		
	
	| 36 | साठ वर्षांच्या साम्यवादी संघर्षाचा इतिहास | शिवाजी मोटेगावकर | 
		
	
	| 37 | उच्चजाती नव्हे, नवब्राह्मण्यवादी भांडवलशाहीच ! | राजू अडागळे | 
		
	
	| 38 | कोपनहेगन : हनुज दिल्ली दूर अस्त ! | दिनानाथ मनोहर | 
		
	
	| 39 | कुवेती स्त्रीचा पथदर्शी प्रवास | उमा श्रीराम | 
		
	
	| 40 | हरिश्चंद्राची फक्टरी : काही उल्लेखनीय पैलू | अभिजित रणदिवे | 
		
	
	| 41 | वेश्यांचा लढा | मीना सेशू | 
		
	
	| 42 | कुराण व शरियतमधील तलाकच्या तरतुदीतील तफावत | असगरअली इंजिनियर | 
		
	
	| 43 | (नव)कथाकार सतीश तांबे यांची जादूमय प्रतिसृष्टी | विश्राम गुप्ते | 
		
	
	| 44 | बदलत गेलेली सही | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 45 | अल्पसंख्यत्वाची मानसिकता; आपली ? | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 46 |  | आशुतोष दिवाण | 
		
	
	| 47 |  | केशव सखाराराम देशमुख | 
		
	
	| 48 |  | अशोक इंगळे | 
		
	
	| 49 |  | जयवंत बोदडे | 
		
	
	| 50 | समर्थ स्त्रियांचा समर्थ आलेख | उर्मिला पवार | 
		
	
	| 51 | ब्राह्मणी' म्हणजे ... | इनायत परदेशी | 
		
	
	| 52 | शेतकऱ्यांच्या हिताचे अंदाजपत्रक  ! | पी. साईनाथ | 
		
	
	| 53 | विद्यार्थ्यांच्या आत्महत्या : शोध व बोध | देवीदास मुळे | 
		
	
	| 54 | मराठीचा आक्रमक अट्टाहास कशा पायी ? | सुकुमार शिदोरे | 
		
	
	| 55 | आदिवासी साहित्याची परंपरा | शरद पाटील | 
		
	
	| 56 | त्यांची एकजूट, आमच्या चिरफाळ्या | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 57 | हनोवरमधील हायटेक फेअर | दिनानाथ मनोहर | 
		
	
	| 58 | नो मन्स लड | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 59 | घुंगुरकाठी' वाचताना ... | सीताराम सावंत | 
		
	
	| 60 | आमचा एकत्र प्रवास | सुषमा देशपांडे | 
		
	
	| 61 | नक्षलवादाचा खरा चेहरा | बंधुराज लोणे | 
		
	
	| 62 | प्रादेशिक अस्मितेचे राजकारण | देवीदास मुळे | 
		
	
	| 63 | दहशतवादी हेडलीशी अमेरिकेचा समझोता ! | सुकुमार शिदोरे | 
		
	
	| 64 | अर्थसंकल्प - सरकारच्या मनातंच खोट ! | अमित नारकर | 
		
	
	| 65 | महिला आरक्षण - यह राह नही आसान ! | संदीप नेरकर | 
		
	
	| 66 | भांडवली शिक्षणव्यवस्था व विद्यार्थ्यांच्या आत्महत्या | राहूल पैठणकर | 
		
	
	| 67 | पारधी कुटुंबाचे जळीतकांड | सचिन गोडांबे | 
		
	
	| 68 | पारधी कुटुंबाचे जळीतकांड | प्रतिमा परदेशी | 
		
	
	| 69 | पारधी कुटुंबाचे जळीतकांड | नारायण भोसले | 
		
	
	| 70 | नेनेंसोबतचे शेवटचे चार दिवस | शैलेश डिखळे | 
		
	
	| 71 | माझा साक्षात्कारी एन्जलायटीस ! | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 72 | बदलत गेलेली सही | राजीव कालेलकर | 
		
	
	| 73 | बदलत गेलेली सही - २ | आसावरी काकडे | 
		
	
	| 74 | अतुल कुलकर्णी - एक निमित्त | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 75 |  | विद्युत भागवत | 
		
	
	| 76 |  | अरुणचंद्र गवळी | 
		
	
	| 77 | मराठी साहित्य आणि प्रसारमाध्यमे | सोमनाथ खताळ | 
		
	
	| 78 | भा. ल. भोळे यांचा साहित्यविचार | राजीव यशवंते | 
		
	
	| 79 | चित्रकार हुसेनचा भारताला अलविदा | सुकुमार शिदोरे | 
		
	
	| 80 | मोहम्मद अली जीनांची बदलती वाट ... | एस. पी. कदम | 
		
	
	| 81 | भारतीय वैज्ञानिक संरचनेची खुरटलेली वाढ | एम. विजयन | 
		
	
	| 82 | परिवर्तनवादी मासिकांचे अर्थकारण - व्यवस्थापनाच्या गोच्या ? | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 83 |  | राजश्री देशपांडे | 
		
	
	| 84 |  | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 85 |  | लता इंगळे | 
		
	
	| 86 |  | विद्युत भागवत | 
		
	
	| 87 |  | एहतेशाम देशमुख | 
		
	
	| 88 |  | हर्षाली पवार | 
		
	
	| 89 |  | संदीप जगदाळे | 
		
	
	| 90 |  | मुबारक शेख | 
		
	
	| 91 | रानटी' | युवराज पवार | 
		
	
	| 92 | डहाकेंची 'चित्रलिपी' | सुप्रिया आवारे | 
		
	
	| 93 | कार्बन उत्सर्जन / कार्बन ट्रेडिंग ... | अनंत फडके | 
		
	
	| 94 | माओवादी हिंसेचे राजकारण आणि राज्यसत्ता | सुहास पळशीकर | 
		
	
	| 95 | सम्यक् साहित्य संमेलनाच्या निमित्ताने | दिनानाथ मनोहर | 
		
	
	| 96 | मराठी दलित आत्मकथने - एक लेखाजोखा | रवींद्र कडू | 
		
	
	| 97 | वेश्येचे डोळे आणि व्यवस्थात्मक भगदाड | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 98 | परिवर्तनवादी मासिकांचे अर्थकारण - किरकोळ विक्रीचे आव्हान | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 99 |  | शकुंतला भालेराव | 
		
	
	| 100 |  | अजीम नवाज राही | 
		
	
	| 101 |  | ऐश्वर्य पाटेकर | 
		
	
	| 102 | मी व माझे लिखाण | धर्मकीर्ती सुमंत | 
		
	
	| 103 | जनाबाईचा वारसा | राजाभाऊ भैलुमे | 
		
	
	| 104 | सुसंस्कृत लेखक, शहामृगी वाचक ! | पी. साईनाथ | 
		
	
	| 105 | मोटरमनचा संप आणि शिवसेना | भालचंद्र कानगो | 
		
	
	| 106 | समकालीन आव्हाने आणि साहित्याची भूमिका | वंदना भागवत | 
		
	
	| 107 | शिक्षण, धर्मनिरपेक्षता आणि मानवी मूल्ये | असगर अली इंजिनिअर | 
		
	
	| 108 | मऱ्हाठी रंगरूपाचा पडताळा | सुधाकर यादव | 
		
	
	| 109 | ई-मेल ग्रुप्स, सोशल नेटवर्किंग की आणखी काही ? | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 110 |  | आलोक श्रीवास्तव | 
		
	
	| 111 | लिजंड लीलाताई | निलीमा जाधव-बंडेलू | 
		
	
	| 112 | जातवार : जनगणनेचा गुंता | सुहास पळशीकर | 
		
	
	| 113 | वडार जातीचा अभ्यास - एक आढावा | विनायक लष्कर | 
		
	
	| 114 | बचतगटाकडून आत्मभानाकडे | अरुंधती पाटील | 
		
	
	| 115 | दुस्तर हा प्रेमघाट | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 116 | माझ्या लिखाणात बुद्ध डोकावतो, सातत्याने | दिनानाथ मनोहर | 
		
	
	| 117 | कार्यकर्त्यांमधील कलागुण | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 118 | दुसरे जग शक्य आहे ! | नंदिनी चव्हाण | 
		
	
	| 119 | समाजव्यवस्थेच्या नामकरणाचे निकष | अनंत फडके | 
		
	
	| 120 | भूमिहीन महिलांची बँक भरारी | प्रशांत खुंटे | 
		
	
	| 121 | भोपालचा निकाल | सुकुमार शिदोरे | 
		
	
	| 122 | कसाब, निकमांचं कसब आणि सरकारी वकिलांची कसोटी | विश्वास दांडेकर | 
		
	
	| 123 | नॉनइश्यूज हेच इश्यूज ! | राजू पांडे | 
		
	
	| 124 | मर्ढेकर : अश्लीलतेच्या खटल्याची तौलनिक संस्कृतीमीमांसा | आनंद पाटील | 
		
	
	| 125 | विचारप्रक्रियेचा पाया व्यापक करण्याची गरज | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 126 | राजकारण आणि तरुणींची मानसिकता | सुनिता गित्ते | 
		
	
	| 127 | आफ्टर अम्नेशिया | आशुतोष दिवाण | 
		
	
	| 128 |  | संध्या रंगारी | 
		
	
	| 129 |  | विजय चोरमारे | 
		
	
	| 130 |  | मोहन पाटील | 
		
	
	| 131 | उत्कट प्रेमाचा आविष्कार | अंजली कुलकर्णी | 
		
	
	| 132 | ग्रीसचा सार्वभौम कर्ज पेचप्रसंग | माधव दातार | 
		
	
	| 133 | प्रिय मिस्टर प्रेसिडेंट | मिर्झा यावर बेग | 
		
	
	| 134 | कोर्पोरेट जगाचे खेळ | पी. साईनाथ | 
		
	
	| 135 | भरडला जातोय आदिवासी | दिनानाथ मनोहर | 
		
	
	| 136 | हिंसक पंचायती | उमा श्रीराम | 
		
	
	| 137 | मिर्चपूर जळीतकांड - सत्यशोधन अहवाल | प्रबोधन पोळ | 
		
	
	| 138 | मिर्चपूर जळीतकांड - सत्यशोधन अहवाल | संतोष सुराडकर | 
		
	
	| 139 | सर्व भाषांसाठी देवनागरी लिपी ? | सुकुमार शिदोरे | 
		
	
	| 140 | मनोज बोरगावकरांची कविता | श्रीकांत देशमुख | 
		
	
	| 141 |  | मनोज बोरगावकर | 
		
	
	| 142 |  | प्रमोदकुमार अणेराव | 
		
	
	| 143 |  | प्रभू राजगडकर | 
		
	
	| 144 | तूर्तास ... मी शिकवते आहे | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 145 | माकपचा पराभव - तत्त्वातली गडबड | आनंद तेलतुंबडे | 
		
	
	| 146 | ऑपरेशन बरगा | बंधुराज लोणे | 
		
	
	| 147 | माकपचा पराभव - राजकारणातील गडबड | सुहास पळशीकर | 
		
	
	| 148 | ती कामगिरी, ही कामगिरी | महेश शिरापूरकर | 
		
	
	| 149 | प्राथमिक शिक्षण - काट्याच्या अणीवर | किशोर दरक | 
		
	
	| 150 | अर्थसंकल्प २०१० - वाटण्याच्या अक्षता | जंध्यला बी. जी . टिळक | 
		
	
	| 151 | मुलींचं शिक्षण - आडातच नाही तर ... | कृष्ण कुमार | 
		
	
	| 152 | इंग्रजी शिक्षणचं वि-चलन | वंदना भागवत | 
		
	
	| 153 | लटिन अमेरिकेतील पाणीयुद्धे - आपणही काही शिकुयात (पूर्वार्ध) | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 154 | वनखाते नेमके कुणासाठी ? | दिनानाथ मनोहर | 
		
	
	| 155 | अन्न सुरक्षितता : बीपीएलची, एपीएलची, अन आयपीएलचीही ! | पी. साईनाथ | 
		
	
	| 156 | वारकरी संप्रदाय हा अस्सल मराठी | सदानंद मोरे | 
		
	
	| 157 |  | चंद्रकांत पोतदार | 
		
	
	| 158 |  | विजय चोरमारे | 
		
	
	| 159 |  | शशिकांत हिंगोणेकर | 
		
	
	| 160 |  | विलास माळी | 
		
	
	| 161 |  | कविता मोरवणकर - पवार | 
		
	
	| 162 | एकांतातला कल्लोळ अधोरेखित करणारा कवी | सदानंद देशमुख | 
		
	
	| 163 | वादळ निळ्या नभातले | छाया कोरेगावकर | 
		
	
	| 164 | महत्त्वाच्या आंतरराष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 165 | महत्त्वाच्या राष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 166 | काश्मीरमधील अशांतता : राजकीय तोडग्याच्या शोधात | राजेंद्रकुमार मोहिते | 
		
	
	| 167 | जम्मू-काश्मीर अशांततेची वाटचाल | रेखा चौधरी | 
		
	
	| 168 | भारत-पाकिस्तान संबंध - सरकारी संवाद पुन्हा सुरु | सुकुमार शिदोरे | 
		
	
	| 169 | राष्ट्रवादाच्या पलीकडे - युरोपचे अनिश्चित भवितव्य | माधव दातार | 
		
	
	| 170 | आपणही काही शिकूयात (उत्तरार्ध) | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 171 | आपण' विरुद्ध 'ते' | सुहास पळशीकर | 
		
	
	| 172 | एका अमानुष घटनेची पासष्टी (पूर्वार्ध) | चित्रा बेडेकर | 
		
	
	| 173 | मला हवी असलेली पहाट | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 174 |  | नामदेव कोळी | 
		
	
	| 175 |  | संजय भास्कर जोशी | 
		
	
	| 176 |  | सर्वेश्वर दयाळ सक्सेना | 
		
	
	| 177 | बहिष्कृतांचा माणुसकीसाठी संघर्ष | भीमराव बनसोड | 
		
	
	| 178 | पथिक - एका कम्युनिस्ट कार्यकर्त्याचे आत्मकथन | बळवंत मारुती मगदूम | 
		
	
	| 179 | महत्त्वाच्या आंतरराष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 180 | आजारी मुंबई | अलका धुपकर | 
		
	
	| 181 | वैद्यकीय शिक्षण आणि सार्वजनिक आरोग्य - काही पेच | डॉ. दाक्षायणी पंडित | 
		
	
	| 182 | वैद्यकीय शिक्षण आणि सार्वजनिक आरोग्य - काही पेच | डॉ. पद्माकर पंडित | 
		
	
	| 183 | ...तर काही डावपेच | डॉ. संजय दाभाडे | 
		
	
	| 184 | शहरातील साथी व आजारी अर्थव्यवस्था | डॉ. अनंत फडके | 
		
	
	| 185 | एका अमानुष दुर्घटनेची पासष्टी | चित्रा बेडेकर | 
		
	
	| 186 | व्यवस्थेचा प्रतिटोल ! | पी. साईनाथ | 
		
	
	| 187 | कारण 'खैरलांजी' हा आम गुन्हा नव्हे ! | समर पांडे | 
		
	
	| 188 | अतुलनीय बुद्ध | सचिन गरुड | 
		
	
	| 189 |  | वीरा राठोड | 
		
	
	| 190 |  | वसंत केशव पाटील | 
		
	
	| 191 |  | प्रमोदकुमार अणेराव | 
		
	
	| 192 | कथा स्वातंत्र्याची | अमरनाथ चंडालिया | 
		
	
	| 193 | कवीला सामान्याच्या भूमिकेत जगता आले पाहिजे | एकनाथ पाटील | 
		
	
	| 194 | सत्याकडे घेऊन जाणारं गलबत - कविता | सुजाता महाजन | 
		
	
	| 195 | खेळाचा बाजार | माधव दातार | 
		
	
	| 196 | खेळांचे जग आणि लिंगभावाचा प्रश्न | विद्युत भागवत | 
		
	
	| 197 | क्रिकेट, जात आणि पालवणकर बंधू | अभय कांता | 
		
	
	| 198 | दोन अमेरीकांमधील इस्लाम | रॉस डाऊथाट | 
		
	
	| 199 | लोकप्रतिनिधींच्या वेतन / भत्त्यांची चर्चा | सुहास पळशीकर | 
		
	
	| 200 | महागाईच्या मुळाशी | गजानन खातू | 
		
	
	| 201 | ग्रामपंचायत निवडणुकांच्या निमित्ताने | श्रीनिवास कुलकर्णी | 
		
	
	| 202 | सलाम सुर्वेसर ! | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 203 | अनपेड' न्यूज | मस्तमौला | 
		
	
	| 204 | बहुरूपी | विलास सिंदगीकर | 
		
	
	| 205 |  | सतीश सोळांकूरकर | 
		
	
	| 206 | संसदवादी ... साम्यवादी | सुभाष थोरात | 
		
	
	| 207 | नव्या जमीन अधिग्रहण कायद्याची गरज | अमित नारकर | 
		
	
	| 208 | जमीनमालकीचे बदलते स्वरूप | सतीश जोशी | 
		
	
	| 209 | सेझ आणि भूमिसंपादन | महेश शिरापुरकर | 
		
	
	| 210 | अब लढाई जारी है | अलका धुपकर | 
		
	
	| 211 | युआन विनिमय दराचा पेचप्रसंग आणि भारताची भूमिका | कैलास भालेकर | 
		
	
	| 212 | अन्नसुक्षितता : व्याख्येतूनच वासलात ! | पी. साईनाथ | 
		
	
	| 213 | दडपशाही थांबायलाच हवी ! | सुकुमार शिदोरे | 
		
	
	| 214 | अतुलनीय बुद्ध | सचिन गरुड | 
		
	
	| 215 | वारी : एक अनुभव | खंडोजी वाघे | 
		
	
	| 216 | आमची कालातीत परंपरा | मस्तमौला | 
		
	
	| 217 | आठ मिनिटांपूर्वीचा सूर्य | अंजली कुलकर्णी | 
		
	
	| 218 | नातं बाप - लेकीचं | आशालता कांबळे | 
		
	
	| 219 | काळोखात प्रकाशाची पेरणी करणारी - मुन्नी | नरेंद्र लांजेवार | 
		
	
	| 220 | दोन प्रतिक्रिया | पन्नालाल सुराणा | 
		
	
	| 221 | हिरोशिमाच्या पार्श्वभूमीविषयी | विश्वास दांडेकर | 
		
	
	| 222 | सुर्वेंच्या कवितेचा अवकाश आणि काळ | नामदेव ढसाळ | 
		
	
	| 223 | सुर्वेंचा संदर्भ | कृष्णाबाई सुर्वे | 
		
	
	| 224 | अखेरचा लाल सलाम | रेणुकादास उबाळे | 
		
	
	| 225 | भाकरीचा चंद्र शोधणारा कवी | भाऊसाहेब उमाटे | 
		
	
	| 226 | नारायण गंगाराम सुर्वे | अरुण खोपकर | 
		
	
	| 227 | ब्रेटन वूड्स संस्था आणि बदलते जग | माधव दातार | 
		
	
	| 228 | पंतप्रधानांस एक पत्र | पी. साईनाथ | 
		
	
	| 229 | एका धाडसी कल्पनेचा फुटबॉल | सुहास पळशीकर | 
		
	
	| 230 | मजूर का मिळत नाहीत ? | श्रीनिवास कुलकर्णी | 
		
	
	| 231 | परीक्षेला रजा | दाहर मुजावर | 
		
	
	| 232 | अनघड वाट वारश्याची | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 233 | एक ठरलेला मृत्यू | बंधुराज लोणे | 
		
	
	| 234 | दाढीतल्या दाढीत | मस्तमौला | 
		
	
	| 235 | १८५७ चे बंड आणि नेहरू व आझाद यांची भूमिका | अविनाश कोल्हे | 
		
	
	| 236 | आम्ही म्हणजे आपण सगळे | दासू वैद्य | 
		
	
	| 237 |  | अरुणचंद्र गवळी | 
		
	
	| 238 | संसदीय राजकारण आणि कम्युनिस्ट | बंधुराज लोणे | 
		
	
	| 239 | महत्त्वाच्या आंतरराष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 240 | महत्त्वाच्या राष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 241 | घोळदार निवडा | दिलीप पाडगावकर | 
		
	
	| 242 | चिथावणीचा चक्रव्यूह भेदणारा न्यायालयीन तोडगा | सुहास पळशीकर | 
		
	
	| 243 | धर्मवाद्यांची अडचण करणारा न्यायालयीन तोडगा | फकरुद्दीन बेन्नूर | 
		
	
	| 244 | पोपटपंची | शफाअत खान | 
		
	
	| 245 | परशा | डॉ. गुरुदयाळ सिंह | 
		
	
	| 246 | द निगोशिएटर | संजय भास्कर जोशी | 
		
	
	| 247 | आपण सगळे सुरक्षित आहोत | सीताराम सावंत | 
		
	
	| 248 | धुसफूस | प्रशांत खुंटे | 
		
	
	| 249 | मिश्किल माणूस | समीर मोने | 
		
	
	| 250 | छातीत खुपसून ठेवलेली सुरी | अंजली कुलकर्णी | 
		
	
	| 251 |  | किरण येले | 
		
	
	| 252 |  | आसावरी काकडे | 
		
	
	| 253 |  | अमृता प्रीतम | 
		
	
	| 254 |  | राजा शिरगुप्पे | 
		
	
	| 255 |  | अजीम नवाज राही | 
		
	
	| 256 |  | सतीश सोळांकूरकर | 
		
	
	| 257 |  | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 258 |  | प्रमोदकुमार अणेराव | 
		
	
	| 259 |  | कंसू प्रीतम | 
		
	
	| 260 |  | दत्तप्रसाद दाभोलकर | 
		
	
	| 261 |  | चंद्रकांत पोतदार | 
		
	
	| 262 |  | श्रीकांत देशमुख | 
		
	
	| 263 |  | भारत बगुताई सातपुते | 
		
	
	| 264 |  | सुषमा कृष्णा जाधव | 
		
	
	| 265 |  | नारायण लाळे | 
		
	
	| 266 |  | सुरेश मोहिते | 
		
	
	| 267 |  | प्रभू राजगडकर | 
		
	
	| 268 |  | सुदेश जगताप | 
		
	
	| 269 |  | नयन बाराहाते | 
		
	
	| 270 |  | अमितकुमार शिंदे | 
		
	
	| 271 |  | विलास माळी | 
		
	
	| 272 |  | अस्मिता गुरव | 
		
	
	| 273 |  | विलास बसवंत | 
		
	
	| 274 |  | रफीक सूरज | 
		
	
	| 275 |  | मोहन पाटील | 
		
	
	| 276 |  | अनिकेत कलापुरी | 
		
	
	| 277 |  | पंढरीनाथ रेडकर | 
		
	
	| 278 |  | श्रीनिवास खांदेवाले | 
		
	
	| 279 |  | महेंद्र भास्करराव पाटील | 
		
	
	| 280 |  | संध्या रंगारी | 
		
	
	| 281 |  | वीरा राठोड | 
		
	
	| 282 |  | शिवाजी गोविंद सावंत | 
		
	
	| 283 |  | मीरा | 
		
	
	| 284 |  | शहनवाज ज. मुल्ला | 
		
	
	| 285 |  | राजश्री देशपांडे | 
		
	
	| 286 |  | प्रसन्नकुमार पाटील | 
		
	
	| 287 |  | मच्छिंद्र चोरमारे | 
		
	
	| 288 |  | डी. के. शेख | 
		
	
	| 289 |  | सुनिता झाडे | 
		
	
	| 290 |  | प्रशांत असनारे | 
		
	
	| 291 |  | सदा बांबुळकर | 
		
	
	| 292 |  | मुबारक शेख | 
		
	
	| 293 |  | जयवंत बोदडे | 
		
	
	| 294 |  | ज्योती बोदडे | 
		
	
	| 295 |  | ज्योती लांजेवार | 
		
	
	| 296 |  | किशोर पाठक | 
		
	
	| 297 | वीरांगना झलकारीबाई | आ. ह. साळुंखे | 
		
	
	| 298 | मतदार दलितांचे, राजकारण प्रस्थापित जातींचे | नितीन बिरमल | 
		
	
	| 299 | मतदार दलितांचे, राजकारण प्रस्थापित जातींचे | विवेक घोटाळे | 
		
	
	| 300 | आजादची हत्या | शोमा चौधरी | 
		
	
	| 301 | जागतिकीकरणाच्या काळातील लोकसहभाग - भूमिका | तुकाराम जाधव | 
		
	
	| 302 | लोकसहभाग - अर्थ आणि अन्वयार्थ | माजिद राहनेमा | 
		
	
	| 303 | विकेंद्रीकरण तर हवे, पण ... | अमित नारकर | 
		
	
	| 304 | प्राथमिक शिक्षण आणि समाजसहभाग | किशोर दरक | 
		
	
	| 305 | एलिनॉर ऑसट्राम : वास्तवाकडून सिद्धांताकडे | वंदना सोनाळकर | 
		
	
	| 306 | प्रसारमाध्यमे आणि लोकसहभाग अर्थात थोतांडाची थोपवलेली थोरवी | जयदेव डोळे | 
		
	
	| 307 | आहे थोतांड तरीही : अर्थात एका पत्रकाराची रोजनिशी | अलका धुपकर | 
		
	
	| 308 | ओबामांची भारतभेट | भीमराव बनसोड | 
		
	
	| 309 | ...भारतीय प्रसारमाध्यमांचा लाळघोटेपणा | पी. साईनाथ | 
		
	
	| 310 | ओबामा व अमेरिकी समस्या | माधव दातार | 
		
	
	| 311 | महत्त्वाच्या आंतरराष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 312 | महत्त्वाच्या राष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 313 | नेहरूंचे परराष्ट्र धोरण | विठ्ठल दहिफळे / मीरा फड | 
		
	
	| 314 | बिहार - विकास नाही पण, आस आहे ! | योगेंद्र यादव | 
		
	
	| 315 | महाराष्ट्राचा 'अशोक' प्रश्न | सुहास पळशीकर | 
		
	
	| 316 | आजची तरूण पिढीच वेगळी ? | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 317 | ...तर आपणच मोर व्हायचं ! | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 318 | सर्च इंजिनच्या शोधात | दिनानाथ मनोहर | 
		
	
	| 319 | गांधीवादी आणि मार्क्सवादी दृष्टीकोन | अविनाश कोल्हे | 
		
	
	| 320 | आंतरराष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 321 | बहुजनवादाचा तिसरा टप्पा | विवेक घोटाळे | 
		
	
	| 322 | बिहार डायरी - नजर विकासाची, चष्मा जातीचा | योगेंद्र यादव | 
		
	
	| 323 | मुस्लिम - दलित मतांचे ध्रुवीकरण | सोमनाथ घोळवे | 
		
	
	| 324 | ओबीसी राजकारणाचे नवे संदर्भ | केदार देशमुख | 
		
	
	| 325 | सुशासनाचे नितीश प्रतिमान | बाबसाहेब मुंढे | 
		
	
	| 326 | बिहारमधील विकासाचं राजकारण | स्वाती बोबडे | 
		
	
	| 327 | ...स्त्री - सहभाग | प्राजक्ता ठुबे | 
		
	
	| 328 | बनता बिहार, बढता बिहारचे गौडबंगाल | अमोल गवळी | 
		
	
	| 329 | विकिलिक्स नावाचे विश्वव्यापी वादळ | दिनानाथ मनोहर | 
		
	
	| 330 | नर्मदा बचाव आंदोलनाची पंचवीस वर्ष | श्रीपाद धर्माधिकारी | 
		
	
	| 331 | परिवर्तनाच्या चळवळीत सैनिक व्हा | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 332 | महत्त्वाच्या आंतरराष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 333 | महत्त्वाच्या राष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 334 | नेहरूंचे परराष्ट्र धोरण |  | 
		
	
	| 335 | बिहार - विकास नाही पण, आस आहे ! |  | 
		
	
	| 336 | महाराष्ट्राचा 'अशोक' प्रश्न |  | 
		
	
	| 337 | आजची तरूण पिढीच वेगळी ? |  | 
		
	
	| 338 | ...तर आपणच मोर व्हायचं ! |  | 
		
	
	| 339 | सर्च इंजिनच्या शोधात |  | 
		
	
	| 340 | गांधीवादी आणि मार्क्सवादी दृष्टीकोन |  | 
		
	
	| 341 | आंतरराष्ट्रीय घडामोडी |  | 
		
	
	| 342 | बहुजनवादाचा तिसरा टप्पा |  | 
		
	
	| 343 | बिहार डायरी - नजर विकासाची, चष्मा जातीचा |  | 
		
	
	| 344 | मुस्लिम - दलित मतांचे ध्रुवीकरण |  | 
		
	
	| 345 | ओबीसी राजकारणाचे नवे संदर्भ |  | 
		
	
	| 346 | सुशासनाचे नितीश प्रतिमान |  | 
		
	
	| 347 | बिहारमधील विकासाचं राजकारण |  | 
		
	
	| 348 | ...स्त्री - सहभाग |  | 
		
	
	| 349 | बनता बिहार, बढता बिहारचे गौडबंगाल |  | 
		
	
	| 350 | विकिलिक्स नावाचे विश्वव्यापी वादळ |  | 
		
	
	| 351 | नर्मदा बचाव आंदोलनाची पंचवीस वर्ष |  | 
		
	
	| 352 | परिवर्तनाच्या चळवळीत सैनिक व्हा |  |