| Sr. No | Article Title | Author Name | 
		
	
	| 1 | अस्वस्थ शतकाचा सातबारा | जयप्रभू कांबळे | 
		
	
	| 2 | गुलमोहर | स्वाती अमराळे - जाधव | 
		
	
	| 3 | कलम 498 अ : मालकी हक्क ते मानवी हक्क | स्वातीजा मनोरमा | 
		
	
	| 4 | म्हणून | दीपक बोरगावे | 
		
	
	| 5 | येऊ घातलेला कर्जपूर | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 6 | बाबरी पतनाची पंचवीस वर्ष | कलीम अजीम | 
		
	
	| 7 | स्त्री अभ्यास केंद्रांच्या अस्तित्वाचा प्रश्न | दिलीप चव्हाण व भगवान फाळके | 
		
	
	| 8 | गुजरात निकालाचं तात्पर्य... | प्रकाश बाळ | 
		
	
	| 9 | सार्वजनिक बुद्धिवंत आणि वर्तमान काळ | रोमिला थापर | 
		
	
	| 10 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 11 | नव्या जगाची नवी ऊर्जा | संजय मं. गो. | 
		
	
	| 12 | येऊ घातलेला कर्जपूर - ३ | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 13 | निमित्त : भीमा कोरेगाव | देवेंद्र इंगळे | 
		
	
	| 14 | 'पाऊलखुणा'कारांचं पेशवा गुणगान... | जयंत पवार | 
		
	
	| 15 | प्रभुत्वशाली समूहांच्या चिंता | ख्रिस्तॉफ जॅफरलॉट व कलईयारासन ए. | 
		
	
	| 16 | कोरेगावचा अपमान | प्रकाश आंबेडकर | 
		
	
	| 17 | स्मृती, मिथकं आणि स्मृतिस्थळं | शिव विश्वानाथन | 
		
	
	| 18 | राजकारण, जात आणि ब्रिटिशसत्तेची स्मृती | श्रद्धा कुंभोजकर | 
		
	
	| 19 | कोण्या एके काळची लढाई | एम. राजीवलोचन | 
		
	
	| 20 | अशी घड(व)ली १ तारखेची दंगल | किशोर ढमाले | 
		
	
	| 21 | दलित हे नवे मुस्लिम | हरीश खरे | 
		
	
	| 22 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 23 | सांस्कृतिक पहारेकऱ्याच्या भूमिकेतली कविता | अशोक इंगळे | 
		
	
	| 24 | 'समर्था'ची दासी जनाबाईंचे माणूस असणे | माधव पुटवाड | 
		
	
	| 25 | कविता | Pradnya Daya Pawar | 
		
	
	| 26 | सर्वव्यापी रिलायन्सचे अन्वयार्थ! | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 27 | जागतिक मानवाधिकार आणि आपण | रविनंद होवाळ | 
		
	
	| 28 | शिक्षणव्यवस्थेचा मराठी फेरफटका | कल्पना भोयर-पांडे | 
		
	
	| 29 | गुरुत्वाकर्षण आणि दुसरा ब्रह्मगुप्त | नितीन शिंदे | 
		
	
	| 30 | चिल्लरांची लढाई आणि नुसतीच बढाई | नचिकेत कुलकर्णी | 
		
	
	| 31 | कलिंगनगर : विनाशावाटे चाले विकास | रंजना पाढी व राजेंद्रसिंग नेगी | 
		
	
	| 32 | मॉबलिंचिंग विरोधी कायदा आणि अन्य काही... | जिग्नेश मेवानी | 
		
	
	| 33 | दोन देश आणि एक कृष्णविवर | निरुपमा सुब्रमण्यम | 
		
	
	| 34 | निष्कर्षांमधली खोट : उदारमतवादाची झाडाझडती | अकील बिलग्रामी | 
		
	
	| 35 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Editors | 
		
	
	| 36 | आंबेडकरांची जातिमीमांसा | कमलेश बेडसे व अमोल पगारे | 
		
	
	| 37 | कविता | भूषण रामटेके कुमार वीरेंद्र | 
		
	
	| 38 | एकात एक | माधव जाधव | 
		
	
	| 39 | समर्थाची दासी जनाबाईंचे माणूस असणे | माधव पुटवाड | 
		
	
	| 40 | खरा अन्याय कुणावर पद्मावतीवर की... | दयानंद कनकदांडे | 
		
	
	| 41 | जीवन - ऊर्जापरिवहनाचे अव्याहत चक्र | संजय मं. गो. | 
		
	
	| 42 | फिनटेक : गरिबांचे मित्र की शत्रू? | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 43 | तिहेरी तलाक : मोठ्या गैरसमजाचा धनी | फ्लॅविया अॅरग्नेस | 
		
	
	| 44 | तलाकविरोधी विधेयक : हीच योग्य वेळ | एम. जे. अकबर | 
		
	
	| 45 | ओबीसी जनगणनेची प्राथमिकता | श्रावण देवरे | 
		
	
	| 46 | निवडणुका आणि अर्थसंकल्प २०१८ | माधव दातार | 
		
	
	| 47 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 48 | आंबेडकरांची जातिमीमांसा | कमलेश बेडसे व अमोल पगारे | 
		
	
	| 49 | कविता | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 50 | फहमिदा रियाझ यांच्या दोन कविता | फहमिदा रियाझ | 
		
	
	| 51 | गयबण्याचं चिंतन | प्रभाकर शेळके | 
		
	
	| 52 | समर्थाची दासी जनाबाईंचे माणूस असणे -३ | माधव पुटवाड | 
		
	
	| 53 | वित्तसाक्षरता व गरिबांचे सक्षमीकरण | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 54 | फसवणुकीची दीडपट भीती | अजित नवले | 
		
	
	| 55 | बोलाचाच भात, बोलाचीच कढी | अच्युत गोडबोले | 
		
	
	| 56 | दोन दस्तऐवजांचा ताळमेळ सांधताना | श्रीनिवास  खांदेवाले  आणि समित माहोरे | 
		
	
	| 57 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 58 | आंबेडकरांची जातिमीमांसा | कमलेश बेडसे व अमोल पगारे | 
		
	
	| 59 | संवाद लेनिनच्या पुतळ्याशी | असगर वजाहत | 
		
	
	| 60 | कविता | धनराज खानोरकर | 
		
	
	| 61 | एक निःशब्द करणारा अनुभव | सुनीती देव | 
		
	
	| 62 | समर्थाची दासी जनाबाईंचे माणूस असणे | माधव पुटवाड | 
		
	
	| 63 | विभावरी शिरुरकरांची दोघांचे विश्व  | जास्वंदी वांबूरकर | 
		
	
	| 64 | पत्रकारिता : ब्राह्मणी आणि सत्यशोधकी | प्रताप आसबे | 
		
	
	| 65 | ऊर्जाप्रकारांचे वर्गीकरण व सद्यस्थिती | संजय मं. गो. | 
		
	
	| 66 | काँग्रेस नि माकपच्या र्हा.साची कथा | प्रकाश पवार | 
		
	
	| 67 | आणि ते उत्तरायणाचे दिवस | विजय मांडके | 
		
	
	| 68 | काळ्याकुट्ट कुशीत अहिंसक क्रांतीची स्वप्ने | प्रमोद मुनघाटे | 
		
	
	| 69 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 70 | १९७२चा दुष्काळग्रस्तांचा ऐतिहासिक लढा | दीपक बोरगावे | 
		
	
	| 71 | संवेदनशीलतेने अनुभवलेला दुष्काळी माणदेश | रामचंद्र काळुंखे | 
		
	
	| 72 | कंट्रोल युनिट | वासुदेव मुलाटे | 
		
	
	| 73 | समकालीनतेचे अन्वयार्थ | नूपुर देसाई | 
		
	
	| 74 | कविता | वसंत केशव पाटील | 
		
	
	| 75 | प्यारेलाल वडाली : विग्ध आणि दग्ध... | जगदीश जाधव | 
		
	
	| 76 | दोन माहितीपट - उलगडत जाणारी एकच रूपकथा | माया निर्मला | 
		
	
	| 77 | पुणेरी पाकातला ब्राह्मणी गुलाबजाम | माधुरी मार्तंड दीक्षित | 
		
	
	| 78 | वित्तीय साक्षरता आणि गरिबांचे सक्षमीकरण | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 79 | संक्षिप्त इतिहासकार - सेतू माधवराव पगडी | सरफराज शेख | 
		
	
	| 80 | मंदिरवापसी | आनंद तेलतुंबडे | 
		
	
	| 81 | दावा आत्मसन्मानाचा | प्रताप भानू मेहता | 
		
	
	| 82 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 83 | अधांतरित प्रश्न | प्रभू राजगडकर | 
		
	
	| 84 | पोकळी जीवघेणी | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 85 | सार्थवाह समाजवादी | मिलिंद कसबे | 
		
	
	| 86 | श्रावस्तीचा प्रज्ञावंत | राजेंद्र गोणारकर | 
		
	
	| 87 | हवेसारखी सामाजिक प्रश्नांअमध्ये विरघळून गेलेली रजनी | उर्मिला पवार | 
		
	
	| 88 | विंदांचं साहित्य का वाचलं/अभ्यासलं पाहिजे? | प्रभाकर बागले | 
		
	
	| 89 | वीज निर्मिती आणि प्रदूषण | संजय मंगला गोपाळ | 
		
	
	| 90 | गरिबांचे वित्तीय सक्षमीकरण डाव्या परिवर्तनवादी चळवळीला पूरक | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 91 | डॉ. आंबेडकरांचे सहकारी- नवल भथेना | प्रबोधन पोळ | 
		
	
	| 92 | माध्यम संमोहित राजकारण | ऋतुराज बुवा | 
		
	
	| 93 | एप्रिल फूल बनाया | उपला सेन | 
		
	
	| 94 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 95 | ती, प्लेटो नि थेट मित्र | साधना गोरे | 
		
	
	| 96 | बाभूळकांड | ऐश्व र्य पाटेकर | 
		
	
	| 97 | अनुवादित कविता | विहाग वैभव, संस्कृतिराणी देसाई | 
		
	
	| 98 | तिच्या आठवणींचा जागर | कुंदा प्र. नी. | 
		
	
	| 99 | एक होती रजनी... | भारती गोरे | 
		
	
	| 100 | जागतिक भांडवलशाही व कामगारवर्ग | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 101 | बापू बिरू : गुन्हेगारी आणि बंडखोरीतील द्वंद्व | सचिन गरूड, केदार भोई | 
		
	
	| 102 | आदिवासी समूहांचा शैक्षणिक असहभाग | विजय गायकवाड | 
		
	
	| 103 | इराक युद्धाची फलश्रुती | सुकुमार शिदोरे | 
		
	
	| 104 | माहिती तंत्रज्ञानाचे जनांदोलन | बालाजी घारुळे | 
		
	
	| 105 | आंबेडकरांचे अपहरण व 2019ची निवडणूक | सुहास पळशीकर | 
		
	
	| 106 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 107 | कविता | दीपक बोरगावे | 
		
	
	| 108 | ऊर्जा आणि वातावरण बदलाचे आव्हान! | संजय मंगला गोपाळ | 
		
	
	| 109 | जागतिक भांडवलशाही व कामगार वर्ग | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 110 | आता ठरवा, तुम्ही कोणत्या बाजूला आहात! | मेघा पानसरे | 
		
	
	| 111 | गोदावरी नदी पाणी वाटपाचे राजकारण | राजेंद्र इंगळे | 
		
	
	| 112 | द्वंद्व आणि न्यायवृंद | संतोष कायंदे | 
		
	
	| 113 | राजकारण आणि आंबेडकरवाद | जयंत लेले | 
		
	
	| 114 | अलीगड: मुस्लिमांच्या ज्ञानसाधनेवर आघात | कलीम अजीम व सरफराज अहमद | 
		
	
	| 115 | सीपीएम परिषदेच्या निमित्ताने काही नोंदी | कांचा इलाया शेफर्ड | 
		
	
	| 116 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 117 | भारतीय समाजवादी चळवळीसमोरील वर्ण-जातिव्यवस्थेचे आव्हान | राम बापट | 
		
	
	| 118 | वर्तमानाचे भान सजग करणारे पुस्तक | नितिन जरंडीकर | 
		
	
	| 119 | माया पंडित यांच्या चार कविता | माया पंडित | 
		
	
	| 120 | जागतिक भांडवलशाही व कामगार वर्ग | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 121 | आदित्यनाथ यांच्या राज्यातील एनकाउन्टर्सचं इतिवृत्त | नेहा दीक्षित | 
		
	
	| 122 | न्यायिक अत्याचार | आनंद तेलतुंबडे | 
		
	
	| 123 | कर्नाटकचा त्रिशंकु आणि अनिर्णित निकाल | वैशाली पवार | 
		
	
	| 124 | युपीएससीत बदल : काँग्रेसची आवई | प्रकाश बाळ | 
		
	
	| 125 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 126 | 'परिवर्तनाचा वाटसरू'ला 'प्रबोधन पुरस्कार' | प्रतिनिधी | 
		
	
	| 127 | अस्मितांचे राजकारण | राम बापट | 
		
	
	| 128 | शेतकऱ्यांना तारणारी कविता | प्रकाश मोगले | 
		
	
	| 129 | इलाज | माधव जाधव | 
		
	
	| 130 | कविता | पवन करण | 
		
	
	| 131 | ऊर्जा स्रोतांचे दुर्भिक्ष्य | संजय मं. गो. | 
		
	
	| 132 | पेट्रोल-डिझेलच्या किंमतींना लागलेली आग | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 133 | बाललैंगिक शोषण | वृषाली मगदूम | 
		
	
	| 134 | वसाहतपूर्व जातिसमाजातील प्रेम | उमेश बगाडे | 
		
	
	| 135 | चलता है! | प्रताप भानू मेहता | 
		
	
	| 136 | दानमू - आभासी प्रत्यक्षानुभूतीचं राजकारण | वाई झेह्यू | 
		
	
	| 137 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 138 | अस्मितांचे राजकारण २ | राम बापट | 
		
	
	| 139 | नव्वदोत्तरी आंबेडकरी कवितेची मीमांसा | अरविंद सुरवाडे | 
		
	
	| 140 | गुजरात दंगे - सत्याचा रहस्यभेद | दयानंद कनकदंडे | 
		
	
	| 141 | वनाधिकार : ग्रामसभेची लोकशाही आवश्यक | छाया दातार | 
		
	
	| 142 | आरक्षित कोठा | राहूल निकम | 
		
	
	| 143 | अरुणचंद्र गवळी यांच्या तीन कविता | अरुणचंद्र गवळी | 
		
	
	| 144 | वाकडी अत्याचाराच्या निमित्ताने | नागेश भिसे | 
		
	
	| 145 | युबीआय : भांडवलशाहीचा नवीन चकवा | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 146 | वसाहतपूर्व जातिसमाजातील प्रेम | उमेश बगाडे | 
		
	
	| 147 | एका महान संशोधकाची शोकांतिका | मिलिंद कीर्ती | 
		
	
	| 148 | हनोज दिल्ली दूर अस्त! | पी. साईनाथ | 
		
	
	| 149 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 150 | नकार, वेदना व विद्रोहाकडून अस्वस्थतेकडे | संजयकुमार कांबळे | 
		
	
	| 151 | कविता | किरण शिवहर डोंगरदिवे, लखनसिंह कटरे, दीपक बोरगावे | 
		
	
	| 152 | मानवतावादी कवी : केदारनाथ सिंह | गिरीश काशिद | 
		
	
	| 153 | सत्यशोधकी फोटो संमेलन! | प्रतिमा परदेशी | 
		
	
	| 154 | भांडवली विकास आणि ऊर्जा क्षेत्र | संजय मं. गो. | 
		
	
	| 155 | युबीआय : भांडवलशाहीचा नवीन चकवा | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 156 | वसाहतपूर्व जातिसमाजातील प्रेम | उमेश बगाडे | 
		
	
	| 157 | हरियाणवी पोलीसांच्या 'गाय पे हत्या' | नेहा दीक्षित | 
		
	
	| 158 | म्हणणे ऐका मूकजनांचे! | झैद रआद अल हुसेन | 
		
	
	| 159 | आम्ही ती स्मशाने ज्यांना | विनायक लष्कर | 
		
	
	| 160 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 161 | प्रश्न तात्त्विक धारणांचा | विद्युत भागवत, दीपक कसाळे | 
		
	
	| 162 | काला करिकालन  अब्राह्मणी सौंदर्यशास्त्राचा विस्फोट | महेंद्र लंकेश्वटर | 
		
	
	| 163 | 'ओल अंतरीची...- आयुष्याचे | एकनाथ पगार | 
		
	
	| 164 | एका अकुशल कामगाराचा जन्म | अरुण सीताराम तीनगोटे | 
		
	
	| 165 | कविता | साबिर हक, रघुवंश मणी | 
		
	
	| 166 | नवभांडवलशाही प्रणालीतील पुरुष भानाचा भौतिक पाया! | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 167 | मंदीमुक्त भांडवलशाही असू शकेल का? | श्रीनिवास खांदेवाले | 
		
	
	| 168 | म्हणे भारताची अर्थव्यवस्था फ्रान्सला मागे टाकेल! | सुप्रिया सरकार | 
		
	
	| 169 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 170 | मराठी कवितांचा हिंदी अवतार | सूर्यनारायण रणसुभे | 
		
	
	| 171 | जस्ट मर्सी | वासंती फडके | 
		
	
	| 172 | स्थलांतर | अपर्णा | 
		
	
	| 173 | शाश्वात जीवनशैलीचा आग्रह आवश्यक! | संजय मंगला गोपाळ | 
		
	
	| 174 | नवभांडवलशाही प्रणालीतील पुरुष भानाचा भौतिक पाया! | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 175 | हत्या इतिहासाची | सरफराज अहमद | 
		
	
	| 176 | डॉ. आंबेडकर आणि दलित चळवळीची पत्रकारिताः १९२०-५६ | प्रबोधन पोळ | 
		
	
	| 177 | दशा आणि दिशा | श्रावण देवरे | 
		
	
	| 178 | प्रस्थापितांचा कांगावा...! | भालशंकर भागवत | 
		
	
	| 179 | नवे प्रश्न  निर्माण होतील | माधव गोडबोले | 
		
	
	| 180 | नवे आरक्षण | सुहास पळशीकर | 
		
	
	| 181 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 182 | नागपूरची विसंगती | दिलीप चव्हाण | 
		
	
	| 183 | तोंडचे पाणी पळवणारा विकास | मीनल कुष्टे | 
		
	
	| 184 | अरविंद देशपांडे : एक आदर्श शिक्षक | जास्वंदी वांबूरकर | 
		
	
	| 185 | फकरूद्दीन बेन्नूर : सहिष्णुतेचे महामेरू | कलीम अजीम | 
		
	
	| 186 | चीन, व्हिएटनाम: भांडवलशाही की समाजवादी अर्थव्यवस्था? | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 187 | नव-उदारमतवाद, महानायक, व राजकारण | निनाद पवार | 
		
	
	| 188 | डॉ. आंबेडकर आणि दलित चळवळीची पत्रकारिताः १९२०-५६ | प्रबोधन पोळ | 
		
	
	| 189 | राज्यघटना,  न्यायालयीन निवाडे आणि धनगर आरक्षण | भालशंकर भागवत | 
		
	
	| 190 | गुण गाईन आवडी | नचिकेत कुलकर्णी | 
		
	
	| 191 | सनातन संस्था ही सेक्युलर भारताच्या सुरक्षेला धोका आहे! | अलका धुपकर | 
		
	
	| 192 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 193 | बोलावे ते 'त्यांनी'...! | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 194 | माझ्या भूगोलातले दोन शब्द | विद्या बाळ | 
		
	
	| 195 | परिवर्तनाचं व्यासपीठ | नंदा खरे | 
		
	
	| 196 | आता ठरवा, तुम्ही कोणत्या बाजूला आहात? | मेघा पानसरे | 
		
	
	| 197 | संवादाचे माध्यम | वसंत आबाजी डहाके | 
		
	
	| 198 | सकारात्मक चिकित्सक बोध | कुमार शिराळकर | 
		
	
	| 199 | दक्षिणायनची वाटचाल | गणेश देवी | 
		
	
	| 200 | मी वाचवू पाहिलं सत्य | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 201 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 202 | धरणग्रस्तांच्या मुक्तीचा अजेंडा | योगेश सपकाळ | 
		
	
	| 203 | यातिहीनतेची कळ | राम रौनेकर | 
		
	
	| 204 | भारतातील डाव्या चळवळीचा मागोवा | सुहास परांजपे | 
		
	
	| 205 | अलविदा बेन्नूर... | अशोक चौसाळकर | 
		
	
	| 206 | खरे असलेले खरे | भारती गोरे | 
		
	
	| 207 | वाढते शहरीकरण आणि शाश्वात विकास | संजय मंगला गोपाळ | 
		
	
	| 208 | सलोख्याचे प्रवासी | निलीमा जाधव-बंडेलू | 
		
	
	| 209 | डाव्यांनी स्वत:कडे असलेली धारदार वैचारिक हत्यारे पाजळण्याची गरज! | संजीव चांदोरकर | 
		
	
	| 210 | युरोपात लोकानुरंजनवादाचा उदय, पण डाव्यांनाही नवीन अवकाश | शँटल मूफे | 
		
	
	| 211 | ओबीसी गणना आणि समाजहित | माधव दातार | 
		
	
	| 212 | डीबीटी : शिक्षण व्यवस्थापनाची नवी दिशा | राजरत्न कोसंबी, शिवाली तुकदेव, अमर माळी | 
		
	
	| 213 | व्यक्तित्वाच्या अधिकारावर हल्ला | कल्पना कन्नाबीरन | 
		
	
	| 214 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 215 | विष्णू खरे यांच्या चार कविता | विष्णू खरे | 
		
	
	| 216 | सुरेश सेन निशान्त यांची कविता | सुरेश सेन निशांत | 
		
	
	| 217 | कुरीपुडा श्रीकुमार यांच्या सहा कविता | कुरीपुडा श्रीकुमार | 
		
	
	| 218 | प्रद्युम्न श्रेष्ठ यांची कविता | प्रद्युम्न श्रेष्ठ | 
		
	
	| 219 | वर्जेश सोलंकी यांच्या आठ कविता | Varjesh Solanki | 
		
	
	| 220 | कवितेची पानं | अजीम नवाज राही | 
		
	
	| 221 | कवितेची पानं | प्रभू राजगडकर | 
		
	
	| 222 | कवितेची पानं | डब्ल्यू. कपूर | 
		
	
	| 223 | कवितेची पानं | रफीक सुरज | 
		
	
	| 224 | कवितेची पानं | नीलिमा कुलकर्णी | 
		
	
	| 225 | कवितेची पानं | नारायण लाळे | 
		
	
	| 226 | कवितेची पानं | प्रसन्न दाभोलकर | 
		
	
	| 227 | कवितेची पानं | माधव जाधव | 
		
	
	| 228 | कवितेची पानं | पद्मरेखा धनकर | 
		
	
	| 229 | कवितेची पानं | अमीन सय्यद | 
		
	
	| 230 | कवितेची पानं | मारोती कसाब | 
		
	
	| 231 | कवितेची पानं | मनिषा घेवडे | 
		
	
	| 232 | कवितेची पानं | मेघराज मेश्राम | 
		
	
	| 233 | कवितेची पानं | धनराज खानोरकर | 
		
	
	| 234 | कवितेची पानं | सुनंदा शिंगनाथ | 
		
	
	| 235 | कवितेची पानं | युवराज पवार | 
		
	
	| 236 | कवितेची पानं | शशिकांत हिंगोणेकर | 
		
	
	| 237 | कवितेची पानं | सुनील यावलीकर | 
		
	
	| 238 | कवितेची पानं | उषा परब | 
		
	
	| 239 | कवितेची पानं | गजेंद्र भोसले | 
		
	
	| 240 | कवितेची पानं | विजय चोरमारे | 
		
	
	| 241 | कवितेची पानं | अलका गांधी-असेरकर | 
		
	
	| 242 | कवितेची पानं | सचिन गरुड | 
		
	
	| 243 | कवितेची पानं | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 244 | ती ती होती | Leyla Josephine | 
		
	
	| 245 | प्रजननविरोधाच्या अपरिचित वाटेवर | Abhishodh Prakash | 
		
	
	| 246 | पालकत्वाची नवी मळवाट | राधिका जयेंद्र मीना | 
		
	
	| 247 | (अ)पालकत्वाचे संदर्भ | अपर्णा दीक्षित | 
		
	
	| 248 | अँटिनेटलिझमचा भारतीय संदर्भ | विजय कुंजीर | 
		
	
	| 249 | नसतोच तर बरे होते! | डेविड बेनेटार | 
		
	
	| 250 | अपालकत्व... अशक्य! | शारदा साठे | 
		
	
	| 251 | अपत्यहीन, नैसर्गिकपणे | उर्वशी बुटालिया | 
		
	
	| 252 | प्रस्तावना | अपर्णा दीक्षित, अभय कांता | 
		
	
	| 253 | टिनपाट माणसाच्या काही गोष्टी | श्रीधर चैतन्य | 
		
	
	| 254 | शामकुळे | अविनाश गायकवाड | 
		
	
	| 255 | दर्ग्यातील हिरे | जेम्स एने हेनशा | 
		
	
	| 256 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 257 | मलकापूर : माजीद गौरी | दिलीप चव्हाण | 
		
	
	| 258 | भारतातील  डावी चळवळ आणि  नवसंजीवनीच्या शक्यता | मोनाली अवसरमल | 
		
	
	| 259 | ...पण गुरंढोरं, पशुपक्षी असे वागत नाहीत | रमेश रावळकर | 
		
	
	| 260 | अणुऊर्जेकडे नव्हे, अक्षय ऊर्जेकडे मोर्चा  वळविणे अपरिहार्य! | संजय मंगला गोपाळ | 
		
	
	| 261 | मार्क्सवाद, आंबेडकरवाद आणि लोकप्रवाद | शरद नावरे | 
		
	
	| 262 | दलित, इंटरनेट आणि मुक्तिदायी राजकारण | श्रद्धा कुंभोजकर | 
		
	
	| 263 | नवफॅसिस्ट हिंसेचा आर्थिक अन्वयार्थ | उद्धव कांबळे | 
		
	
	| 264 | समस्यांची उकल शिक्षकांकडेच | अनुराग बेहार | 
		
	
	| 265 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 266 | नवसंजीवनीची गरज | विद्युत भागवत | 
		
	
	| 267 | असंही एक अॅनिमल फार्म.. | नीलिमा रवि | 
		
	
	| 268 | मंगलेश डबराल यांच्या दोन कविता | मंगलेश डबराल | 
		
	
	| 269 | स्मारक व्हावे ही आमची इच्छा नाही | मीनल कुष्टे | 
		
	
	| 270 | अक्षय ऊर्जा अवलंबण्यासाठी पर्यायी विकासनीती अपरिहार्य! | संजय मंगला गोपाळ | 
		
	
	| 271 | स्वप्ने साकारायची आहेत | जयंत जोशी | 
		
	
	| 272 | मराठी पत्रकारिता आणि दिनमित्रकार | सचिन गरुड | 
		
	
	| 273 | आदिवासी समुदाय: धोरणात्मक तरतुदी व वास्तवता | विजय गायकवाड | 
		
	
	| 274 | इतिहास घडवू पाहणारा मृत्यू रोखताना | उत्तरन दास गुप्ता | 
		
	
	| 275 | माझे आरोग्य -तुमच्या हातात | वृषाली मगदूम | 
		
	
	| 276 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit | 
		
	
	| 277 | ग. दि. माडगूळकर आणि शाहू महाराज | दिलीप चव्हाण | 
		
	
	| 278 | उर्जायन | संजय मंगल गोपाळ | 
		
	
	| 279 | आदिवासी वसतीगृहांची व्यथा... | नवनाथ मोरे | 
		
	
	| 280 | आदिवासींसंबंधीची सरकारी धोरणे | एकनाथ भोये | 
		
	
	| 281 | दुष्काळाची राजकीय अर्थव्यवस्था आणि उच्चाटनाची उपाययोजना | दत्ता देसाई | 
		
	
	| 282 | तुम बिल्कुल हम जैसे निकले! | प्रज्ञा दया पवार | 
		
	
	| 283 | उत्तर प्रदेश मुस्लिम विरुद्ध रासुका | नेहा दीक्षित | 
		
	
	| 284 | गाणे म्हणा शहरी नक्षल्यांसारखे | शिव विश्व्नाथन | 
		
	
	| 285 | इपीडब्ल्यूची पानं | EPW Edit |